हेलो दोस्तो आज मे अपनी एक रियल स्टोरी बताने जा रहा हूँ. जो की इसी 1 महीने के दोरान पेश हुई है. रुबीना आंटी ने मुझे मिस कॉल किया तो मेने रुबीना आंटी को तुरन्त फ़ोन किया तो पहली ही घन्टी पर आंटी ने फोन उठाया ओर कहा की कहाँ हो इतने दिनो से तुम ओर मैने जवाब मे कहा की आंटी रोज ही तो आप के सामने से
ही गुज़रता हूँ गली मे से तो आंटी ने कहा की मे दूसरी बात कर रही हूँ क्या मूड हे तुम्हारा आज? मे समझ गया की आंटी की चूत मे आज खुजली हो रही है इसीलिये कॉल की है मैने तुरन्त हाँ कर दी की ठीक हे अगर कहो तो मे आ जाता हूँ. आंटी ने कहा ओके तुम आराम से अंदर आ जाना 10 मिनिट के बाद दरवाज़ा खुला होगा मेरे घर का मैने पूछा की घर वाले कहाँ हैं आंटी ने कहा की मेरे पति की तबियत आज ठीक नही है तो नींद की दवाई लेकर सोये हुये है मोका अच्छा है ओर बच्चे आज उपर वाले रूम मे सो रहे हैं आ जाओ. मैने जल्दी से हाँ कर दी. तब मे बड़े आराम से अपने बेड से उठा ओर आराम से ड्रॉयिंग रूम से जा कर दरवाज़ा खोला जो की बाहर गली की तरफ खुलता है ओर आराम से बाहर गली मे जा कर देखा तो गली मे बिल्कुल अंधेरा था क्योकी आजकल बहुत ज्यादा लाइट जाती है इसलिये. मे बड़े आराम से दबे पावं चलता हुआ आंटी के घर के आगे पहुंचा तो देखा की दरवाज़ा थोड़ा सा खुला है मैने आराम से दरवाज़ा खोला तो अंदर जाते ही देखा की आंटी सर्दी से कांप रही थी ओर चादर ओड़ के खडी थी.मैने उसके कान मे पूछा की कौन से रूम मे जाना है उसने इशारा किया की संनी वाले रूम मे चलो मे आ रही हूँ. मे आराम से चलता गया ओर रूम मे चला गया. आंटी 5 मिनिट के बाद आई ओर चादर उतारी जो उसने अपने उपर ओडे हुई थी तो देखा की आंटी कमीज उतार के ब्रा ओर सलवार मे ही थी. मैने जल्दी से आंटी को एक लंबी किस की ओर ज़ोर से पकड़ कर दबा दिया आंटी ने कहा बहुत टाइम हे हमारे पास दिल खोल के आज तुम्हारी खिदमत करुँगी ओर साथ में वो हँसने लगी आंटी उठी ओर रूम के दरवाजे को अन्दर से बंद कर दिया और मेरे साथ सिंगल बेड पर आ कर लेट गई जहाँ उसने मेरे आने से पहले ही हीटर लगा के रूम को काफ़ी गर्म किया हुआ था. हम दोनो 1 ही कंबल मे घुस के चिपक के लेटे थे. थोड़ी देर बाद आहिस्ता आहिस्ता मैने आंटी का सलवार ओर ब्रा उतार दी. ओर चूत मे उंगली डाल कर किसिंग शुरु की आंटी ने भी मेरी पेन्ट मे हाथ डाल कर लंड पकड के हिलाना शुरु कर दिया. ओर आंटी ने आहिस्ता आहिस्ता मेरी पेन्ट उतार दी. और चूत मे उंगली डाल कर मे तेज तेज अन्दर बाहर कर रहा था आंटी इस दोरान 1 बार झड़ चुकी थी. कुछ देर बाद मैने अपनी शर्ट उतार दी अब हम दोनो पूरे नंगे हो गये थे. और सेक्स मे मग्न थे.
इतने मे किसी ने दरवाजे की घन्टी बजाई तो मेरे तो होश ही उड़ गये मे घबरा कर उठ के खडा हो गया आंटी ने कहा कुछ नही हुआ घबरा क्यो रहे हो आंटी उठी ओर दरवाजा खोलने लगी मैने आंटी से कहा पागल हो क्या दरवाजा क्यो खोल रही हो तो उसने कहा आराम से बेठो ओके कुछ नही होगा. जब आंटी ने दरवाजा खोला तो 1 ओर आंटी की उम्र की ओरत अंदर आ गई मे घबरा गया की यह कोंन हे जब देखा तो वो आंटी की छोटी बहन थी जो की हमारे ही मोहल्ले मे रहती हे. वो अब अंदर आ गई. वो मूझे देख कर कहने लगी क्या हाल हे ठीक हो मे समझ गया की जब यह मेरे साथ इस तरह बात कर रही है तो रात के इस टाइम इस को लगता हे आंटी ने खुद बता कर बुलाया हे शायद इसी काम के लिये. जब मैने पूछा तो पता चला की आंटी का पति घर मे नही हे ओर बच्चे भी अपनी नानी के घर गये हैं आंटी ने कहा की मे अगर तुम्हे पहले बता देती की मेरी बहन चुदवाना चाहती हे तुम से तो शायद तुम आते ना.
मैने आगे से कहा की यह कोन सी बुरा मानने वाली बात हे बल्की मे तो लकी हूँ जो 2-2 चूत एक साथ मारूँगा ओर साथ ही दरवाज़ा खुला तो देखा की आंटी की दोस्त जिसका नाम नसरीन हे वो अब आ गई मे इस बार घबरा गया की 1 या 2 तो ठीक हैं अब यह कोंन हे? आंटी ने कहा की फिक्र ना करो बस आज तुम्हारी खेर नही ओर मे इस बार सच मे घबरा गया की मे केसे इन तीनो को चोदूंगा? खेर मेरा लंड तो एकदम जेसे घबरा कर सो ही गया था खेर आंटी रुबीना की बहन जिसकी गांड का मे पहले से ही दीवाना था क्योकी जब वो हिलती थी तो उसकी गांड में ऐसी हलचल मचती थी की मेरा लंड बेकाबु हो जाता था उसकी गांड देख के ओर आंटी की दोस्त नसरीन उसके बूब्स इतने बड़े थे की शायद ही मेरे दोनों हाथो मे 1 बूब्स आया उसका. खेर अब वो दोनो भी आहिस्ता आहिस्ता नंगी होना शुरु हों गईं. खेर अब आंटी ने कहा की दुसरे रूम मे चलते हैं जहाँ डबल बेड हे मे तो अब तक घबरा रहा था की होगा क्या आज मेरा. दोस्तो यकीन करो उस टाइम मेरी क्या हालत होगी आप अंदाज़ा लगा सकते हो यार…खेर रूम मे जाते ही आंटी रुबीना ने कहा की पहले किसे करवाना हे काम अपना आंटी की बहन बोली की मे तो तीसरे नंबर पर करुँगी कम से कम थोड़ा टाइम तो लगता हे तीसरे नम्बर पर ओर साथ में वो हंस दी….खेर आंटी रुबीना ने कहा चलो नसरीन साहिबा जाओ करो जो करना हे.
अब नसरीन आती हे मेरा लंड पकड़ के मुझे चुटकी काट के कहने लगी बड़े लंड के लिये फिरती रहती हूँ और देखती हूँ की कितना दम हे तुम मे ओर तुम्हारे लंड मे ओर हंस दी. खेर मेरा तो लंड ही खड़ा नही हो रहा था दोस्तो घबराहट की वजह से खेर आंटी रुबीना ओर उसकी बहन पास बेठ कर हमें देखने लगी ओर नसरीन साहिबा ने मेरा लंड हाथ मे पकड़ के हिलाना शुरु किया ओर मुहँ मे डाल लिया ओर ऐसे चुसने लगी जेसे पागल हो गई हे. खेर 5 मिनिट के बाद मेरा जिस्म फिर से गर्म हुआ ओर लंड मे कुछ जान आई ओर कुछ वो खड़ा हुआ खेर मुझे अब मज़ा आ रहा था खेर मैने सोचा की आंटी रुबीना को तो मे कम से कम 2 या 3 बार चोदता हूँ चलो इस बार 3 चूत हैं 3 बार चुदाई तो करनी हे इसलिये रिलेक्स हो जाओं खेर अब मे आंटी के बोबे पकड़ के दबा रहा था साथ में उसकी खुली चूत मे तेज तेज उंगली कर रहा था.
आंटी रुबीना की बहन ओर उसकी दोस्त भी शादीशुदा थी. खेर मे साथ साथ नसरीन की गांड मे अब कभी कभी उंगली डाल देता खेर तकरीबन 10 मिनिट के बाद नसरीन ने मेरा लंड चूस के छोड़ा ओर कहा की आ जाओ जानी मारो अब चूत ओर खेर मे अब फुल जोश मे था इतने मे आंटी रुबीना उठ के मेरे पास आ गई ओर मेरा लंड हाथ मे पकड़ कर हिलाने लगी ओर मेरे कान मे प्यार से कहा मेरी कसम मूझे शर्मिंदा ना करवाना इसकी चूत ऐसे मारो जेसे मेरी मारते हो. मे समझ गया की आंटी अपनी ओर मेरी स्टोरी सुना चुकी ही इनको. खेर मैने नसरीन की गांड के नीचे तकिया लगा दिया ओर अब उसकी चूत उभर के मेरे लंड के सामने थी मैने उसकी टाँगें उठा कर हवा मे सीधी उपर की तरफ करके खोल कर पकड लीं ओर लंड को उसके हाथ मे पकड़ा कर कहा रखो अपनी गर्म चूत पर अब मे बताता हूँ तुम्हारी बारी आई चूत मरवाने की खेर उसने मेरा 6.5 इंच लंबा लंड को थूक लगा कर चूत के छेद पर रखा ओर मैने साथ ही जोर से डाल दिया अपना लंड उसकी चूत मे मेरा आधा लंड उसकी चूत मे था. जब मैने आंटी रुबीना ओर उसकी बहन को देखा तो वो दोनो एक दुसरे की चूत मे उंगली डाल रही थी. यह देख कर मे ओर भी गर्म हो गया ओर उधर तेज तेज नसरीन की चूत मे लंड आर पार करने लगा ओर नीचे से वो भी साथ दे रही थी.
मे कभी कभी पूरा लंड बाहर निकाल कर एकदम से लंड फिर अंदर डाल देता जिससे नसरीन हिल जाती थी. खेर मेरा लंड उसकी चूत की चुदाई कर रहा था. और नसरीन के बोबो को मुँह मे डाल कर साथ में चूस रहा था जिससे वो ओर भी गर्म हो चुकी थी ओर गांड उठा उठा कर मरवा रही थी. खेर तकरीबन 8 मिनिट तक मैने उसकी ऐसी चूत मारी उसके बाद मैने उसे उल्टा होने को कहा ओर वो घोड़ी बन गई ओर मैने पीछे से उसकी टांगे पकड़ कर ओर खोल दी ताकि उसकी चूत बिल्कुल साफ मेरे लंड के सामने खुल के नज़र आये.खेर मैने एक उंगली उसकी गांड मे डाल दी ओर लंड डाल दिया उसकी चूत मे अब मे नीचे से उसकी चूत मे लंड तेज तेज अंदर बाहर कर रहा था ओर साथ में उसके बोबे पकड कर तेज तेज फुल जोश मे दबा रहा था ओर वो बार बार कह रही थी आहिस्ता दबाओ प्लीज लेकिन मे उससे कह रहा था बहुत शोक था चुदवाने का तो अब आराम से चुदवाओ ओके. रूम मे पचक पचक की आवाज़ें आ रही थी. उधर अब तक कई बार आंटी रुबीना ओर उसकी बहन एक दुसरे की चूत चूस चूस कर झड़ चुकी थी.
मेरा लंड अभी तक फुल जोश मे था ओर नसरीन 2 बार झड़ चुकी थी अब उसकी चूत की यह हालत थी की वो थोड़ी गीली हो कर मेरे लंड को दबा रही थी अंदर से खेर. इससे मूझे ओर भी जोश आ रहा था. साथ साथ मे नसरीन से सेक्सी ओर गंदी गंदी बातें पूछ रहा था खेर नसरीन ने बताया की उसके पति का लंड भी मेरी साइज़ का ही लेकिन उसका मोटा नही हे इतना इसलिये तुम्हारा लंड डलवा कर मज़ा आ रहा हे बहुत रुबीना सही कहती थी की तुम से चुदवाऊ किसी दिन अब तो तुम्ही से बोलती रहूँगी आ जाओंगे ना मैने कहा यह भी पूछने की बात हे जनाब जब कहो मे हाज़िर हो जाऊँगा. इतने मे रुबीना ने अंदर से पूरी ताक़त से लंड को ओर ज़ोर से दबा लिया ओर मे एकदम ढीला पड़ गया मूझे बहुत मज़ा आ रहा था उसने अपनी चूत को टाइट कर शायद कुछ सेकेंड ऐसे ही रखी फिर दोबारा उसकी चूत ढीली पड़ी तो मैने अपनी चुदाई फुल तेज कर दी अब मे भी झड़ने वाला था. मे अब पूरी तेज स्पीड से उसकी गीली चूत मार रहा था ओर वो सच मे अब दर्द फील कर रही थी कुछ देर बाद मैने उसके बोबे ज़ोर से पकड़ कर लंड पूरा बाहर निकाल कर अंदर डालना चालु किया जिससे वो ओर भी चीखने लगी खेर तकरीबन 1 मिनिट बाद मे झड़ने वाला था ओर मैने कहा निकाल दूँ क्या चूत मे उसने कहा की नही प्लीज बाहर निकालो मेने जल्दी से लंड बाहर निकाला ओर उसने लंड मुँह मे ले कर चूसना शुरु किया.
दोस्तो यकीन करो नसरीन पूरा खा गई मेरे लंड को ओर मे एकदम ढीला पड़ कर उसके उपर ही गिर गया ओर मेरी उस टाइम यह हालत थी की मूझे इतनी सर्दी के मोसम मे गर्मी फील हो रही थी. खेर नसरीन से आंटी रुबीना ने मज़ाक से पंजाबी मे पूछा सुनो आराम आया ..हाहहहाः ओर नसरीन ने आगे से कहा ज़लील कमिनी मेरी चूत दी चटनी बन गई व सत्या नाश हो गया वे मेरी चूत दा ओर साथ मे उसने कहा की वेसे लंड ही कमाल दा…खेर इतने मे नसरीन उठी ओर बाथरूम मे जाने के लिये कपड़े पहनने लगी ओर मे अभी तक नंगा लेटा हुआ था इस टाइम रात के 12:45 का टाइम हो रहा था. कुछ देर बाद आंटी रुबीना उठी ओर मेरे लिये गर्म गर्म दूध का ग्लास ले कर आई ओर साथ 1 सेब भी. ओर साथ में वो हंस के बोली की अभी एक शान्त हुई हे 2 बाकी हैं. ओर हंस दी. मैने कहा की रुबीना जानू वेसे जो तेरा मज़ा हे ना कसम से नसरीन का नही आया रुबीना आंटी ने कहा चल कोई बात नही मे तो यहाँ ही हूँ तुम्हारे पास लेकिन आज इनको शान्त प्लीज़ कर दो बस बेशक अगर मेरी आज चूत ना भी ली गई तुम से तो कोई बात नही बस अब मेरी बहन को शान्त कर देना.
फिर इस बार मैने आगे से कहा की मूझे उसकी गांड बड़ी पसंद हे यार सच्ची तो इस पर आंटी ने मूझे गाल पर आहिस्ता से मज़ाक से थप्पड़ मारते हुये कहा बकवास ना कर उस को मना लेना ओर फिर बेशक चूत के साथ 10 बार गांड मार लेना उसकी. कुछ देर बाद दोस्तो आंटी रुबीना की बहन अब मेरे पास आ कर लेट गई ओर मेरा लंड आहिस्ता आहिस्ता हिलाने लगी अब उसने मेरा लंड भी मुँह मे लेकर खड़ा करना स्टार्ट कर दिया आगे क्या हुआ वो मे अगली स्टोरी मे बताऊँगा तब तक आप सब दोस्त अपने लंड की गर्मी मूठ मार कर उतार लो ओर जो आंटी ओर लड़कियां अपनी चूत का पानी छोड़ चुकी हैं वो भी किसी ना किसी से चूत मरा के या चूत मे कोई चीज़ खुद डाल कर अपनी चूत की गर्मी ठंडी कर लें तब तक मे आप के लिये इस स्टोरी का अगला पार्ट लेकर आता हूँ उम्मीद करता हूँ आप को मेरी यह स्टोरी पसन्द आई होगी. मुझे कमेन्ट देना भूलना मत दोस्तों . . .
धन्यवाद
ही गुज़रता हूँ गली मे से तो आंटी ने कहा की मे दूसरी बात कर रही हूँ क्या मूड हे तुम्हारा आज? मे समझ गया की आंटी की चूत मे आज खुजली हो रही है इसीलिये कॉल की है मैने तुरन्त हाँ कर दी की ठीक हे अगर कहो तो मे आ जाता हूँ. आंटी ने कहा ओके तुम आराम से अंदर आ जाना 10 मिनिट के बाद दरवाज़ा खुला होगा मेरे घर का मैने पूछा की घर वाले कहाँ हैं आंटी ने कहा की मेरे पति की तबियत आज ठीक नही है तो नींद की दवाई लेकर सोये हुये है मोका अच्छा है ओर बच्चे आज उपर वाले रूम मे सो रहे हैं आ जाओ. मैने जल्दी से हाँ कर दी. तब मे बड़े आराम से अपने बेड से उठा ओर आराम से ड्रॉयिंग रूम से जा कर दरवाज़ा खोला जो की बाहर गली की तरफ खुलता है ओर आराम से बाहर गली मे जा कर देखा तो गली मे बिल्कुल अंधेरा था क्योकी आजकल बहुत ज्यादा लाइट जाती है इसलिये. मे बड़े आराम से दबे पावं चलता हुआ आंटी के घर के आगे पहुंचा तो देखा की दरवाज़ा थोड़ा सा खुला है मैने आराम से दरवाज़ा खोला तो अंदर जाते ही देखा की आंटी सर्दी से कांप रही थी ओर चादर ओड़ के खडी थी.मैने उसके कान मे पूछा की कौन से रूम मे जाना है उसने इशारा किया की संनी वाले रूम मे चलो मे आ रही हूँ. मे आराम से चलता गया ओर रूम मे चला गया. आंटी 5 मिनिट के बाद आई ओर चादर उतारी जो उसने अपने उपर ओडे हुई थी तो देखा की आंटी कमीज उतार के ब्रा ओर सलवार मे ही थी. मैने जल्दी से आंटी को एक लंबी किस की ओर ज़ोर से पकड़ कर दबा दिया आंटी ने कहा बहुत टाइम हे हमारे पास दिल खोल के आज तुम्हारी खिदमत करुँगी ओर साथ में वो हँसने लगी आंटी उठी ओर रूम के दरवाजे को अन्दर से बंद कर दिया और मेरे साथ सिंगल बेड पर आ कर लेट गई जहाँ उसने मेरे आने से पहले ही हीटर लगा के रूम को काफ़ी गर्म किया हुआ था. हम दोनो 1 ही कंबल मे घुस के चिपक के लेटे थे. थोड़ी देर बाद आहिस्ता आहिस्ता मैने आंटी का सलवार ओर ब्रा उतार दी. ओर चूत मे उंगली डाल कर किसिंग शुरु की आंटी ने भी मेरी पेन्ट मे हाथ डाल कर लंड पकड के हिलाना शुरु कर दिया. ओर आंटी ने आहिस्ता आहिस्ता मेरी पेन्ट उतार दी. और चूत मे उंगली डाल कर मे तेज तेज अन्दर बाहर कर रहा था आंटी इस दोरान 1 बार झड़ चुकी थी. कुछ देर बाद मैने अपनी शर्ट उतार दी अब हम दोनो पूरे नंगे हो गये थे. और सेक्स मे मग्न थे.
इतने मे किसी ने दरवाजे की घन्टी बजाई तो मेरे तो होश ही उड़ गये मे घबरा कर उठ के खडा हो गया आंटी ने कहा कुछ नही हुआ घबरा क्यो रहे हो आंटी उठी ओर दरवाजा खोलने लगी मैने आंटी से कहा पागल हो क्या दरवाजा क्यो खोल रही हो तो उसने कहा आराम से बेठो ओके कुछ नही होगा. जब आंटी ने दरवाजा खोला तो 1 ओर आंटी की उम्र की ओरत अंदर आ गई मे घबरा गया की यह कोंन हे जब देखा तो वो आंटी की छोटी बहन थी जो की हमारे ही मोहल्ले मे रहती हे. वो अब अंदर आ गई. वो मूझे देख कर कहने लगी क्या हाल हे ठीक हो मे समझ गया की जब यह मेरे साथ इस तरह बात कर रही है तो रात के इस टाइम इस को लगता हे आंटी ने खुद बता कर बुलाया हे शायद इसी काम के लिये. जब मैने पूछा तो पता चला की आंटी का पति घर मे नही हे ओर बच्चे भी अपनी नानी के घर गये हैं आंटी ने कहा की मे अगर तुम्हे पहले बता देती की मेरी बहन चुदवाना चाहती हे तुम से तो शायद तुम आते ना.
मैने आगे से कहा की यह कोन सी बुरा मानने वाली बात हे बल्की मे तो लकी हूँ जो 2-2 चूत एक साथ मारूँगा ओर साथ ही दरवाज़ा खुला तो देखा की आंटी की दोस्त जिसका नाम नसरीन हे वो अब आ गई मे इस बार घबरा गया की 1 या 2 तो ठीक हैं अब यह कोंन हे? आंटी ने कहा की फिक्र ना करो बस आज तुम्हारी खेर नही ओर मे इस बार सच मे घबरा गया की मे केसे इन तीनो को चोदूंगा? खेर मेरा लंड तो एकदम जेसे घबरा कर सो ही गया था खेर आंटी रुबीना की बहन जिसकी गांड का मे पहले से ही दीवाना था क्योकी जब वो हिलती थी तो उसकी गांड में ऐसी हलचल मचती थी की मेरा लंड बेकाबु हो जाता था उसकी गांड देख के ओर आंटी की दोस्त नसरीन उसके बूब्स इतने बड़े थे की शायद ही मेरे दोनों हाथो मे 1 बूब्स आया उसका. खेर अब वो दोनो भी आहिस्ता आहिस्ता नंगी होना शुरु हों गईं. खेर अब आंटी ने कहा की दुसरे रूम मे चलते हैं जहाँ डबल बेड हे मे तो अब तक घबरा रहा था की होगा क्या आज मेरा. दोस्तो यकीन करो उस टाइम मेरी क्या हालत होगी आप अंदाज़ा लगा सकते हो यार…खेर रूम मे जाते ही आंटी रुबीना ने कहा की पहले किसे करवाना हे काम अपना आंटी की बहन बोली की मे तो तीसरे नंबर पर करुँगी कम से कम थोड़ा टाइम तो लगता हे तीसरे नम्बर पर ओर साथ में वो हंस दी….खेर आंटी रुबीना ने कहा चलो नसरीन साहिबा जाओ करो जो करना हे.
अब नसरीन आती हे मेरा लंड पकड़ के मुझे चुटकी काट के कहने लगी बड़े लंड के लिये फिरती रहती हूँ और देखती हूँ की कितना दम हे तुम मे ओर तुम्हारे लंड मे ओर हंस दी. खेर मेरा तो लंड ही खड़ा नही हो रहा था दोस्तो घबराहट की वजह से खेर आंटी रुबीना ओर उसकी बहन पास बेठ कर हमें देखने लगी ओर नसरीन साहिबा ने मेरा लंड हाथ मे पकड़ के हिलाना शुरु किया ओर मुहँ मे डाल लिया ओर ऐसे चुसने लगी जेसे पागल हो गई हे. खेर 5 मिनिट के बाद मेरा जिस्म फिर से गर्म हुआ ओर लंड मे कुछ जान आई ओर कुछ वो खड़ा हुआ खेर मुझे अब मज़ा आ रहा था खेर मैने सोचा की आंटी रुबीना को तो मे कम से कम 2 या 3 बार चोदता हूँ चलो इस बार 3 चूत हैं 3 बार चुदाई तो करनी हे इसलिये रिलेक्स हो जाओं खेर अब मे आंटी के बोबे पकड़ के दबा रहा था साथ में उसकी खुली चूत मे तेज तेज उंगली कर रहा था.
आंटी रुबीना की बहन ओर उसकी दोस्त भी शादीशुदा थी. खेर मे साथ साथ नसरीन की गांड मे अब कभी कभी उंगली डाल देता खेर तकरीबन 10 मिनिट के बाद नसरीन ने मेरा लंड चूस के छोड़ा ओर कहा की आ जाओ जानी मारो अब चूत ओर खेर मे अब फुल जोश मे था इतने मे आंटी रुबीना उठ के मेरे पास आ गई ओर मेरा लंड हाथ मे पकड़ कर हिलाने लगी ओर मेरे कान मे प्यार से कहा मेरी कसम मूझे शर्मिंदा ना करवाना इसकी चूत ऐसे मारो जेसे मेरी मारते हो. मे समझ गया की आंटी अपनी ओर मेरी स्टोरी सुना चुकी ही इनको. खेर मैने नसरीन की गांड के नीचे तकिया लगा दिया ओर अब उसकी चूत उभर के मेरे लंड के सामने थी मैने उसकी टाँगें उठा कर हवा मे सीधी उपर की तरफ करके खोल कर पकड लीं ओर लंड को उसके हाथ मे पकड़ा कर कहा रखो अपनी गर्म चूत पर अब मे बताता हूँ तुम्हारी बारी आई चूत मरवाने की खेर उसने मेरा 6.5 इंच लंबा लंड को थूक लगा कर चूत के छेद पर रखा ओर मैने साथ ही जोर से डाल दिया अपना लंड उसकी चूत मे मेरा आधा लंड उसकी चूत मे था. जब मैने आंटी रुबीना ओर उसकी बहन को देखा तो वो दोनो एक दुसरे की चूत मे उंगली डाल रही थी. यह देख कर मे ओर भी गर्म हो गया ओर उधर तेज तेज नसरीन की चूत मे लंड आर पार करने लगा ओर नीचे से वो भी साथ दे रही थी.
मे कभी कभी पूरा लंड बाहर निकाल कर एकदम से लंड फिर अंदर डाल देता जिससे नसरीन हिल जाती थी. खेर मेरा लंड उसकी चूत की चुदाई कर रहा था. और नसरीन के बोबो को मुँह मे डाल कर साथ में चूस रहा था जिससे वो ओर भी गर्म हो चुकी थी ओर गांड उठा उठा कर मरवा रही थी. खेर तकरीबन 8 मिनिट तक मैने उसकी ऐसी चूत मारी उसके बाद मैने उसे उल्टा होने को कहा ओर वो घोड़ी बन गई ओर मैने पीछे से उसकी टांगे पकड़ कर ओर खोल दी ताकि उसकी चूत बिल्कुल साफ मेरे लंड के सामने खुल के नज़र आये.खेर मैने एक उंगली उसकी गांड मे डाल दी ओर लंड डाल दिया उसकी चूत मे अब मे नीचे से उसकी चूत मे लंड तेज तेज अंदर बाहर कर रहा था ओर साथ में उसके बोबे पकड कर तेज तेज फुल जोश मे दबा रहा था ओर वो बार बार कह रही थी आहिस्ता दबाओ प्लीज लेकिन मे उससे कह रहा था बहुत शोक था चुदवाने का तो अब आराम से चुदवाओ ओके. रूम मे पचक पचक की आवाज़ें आ रही थी. उधर अब तक कई बार आंटी रुबीना ओर उसकी बहन एक दुसरे की चूत चूस चूस कर झड़ चुकी थी.
मेरा लंड अभी तक फुल जोश मे था ओर नसरीन 2 बार झड़ चुकी थी अब उसकी चूत की यह हालत थी की वो थोड़ी गीली हो कर मेरे लंड को दबा रही थी अंदर से खेर. इससे मूझे ओर भी जोश आ रहा था. साथ साथ मे नसरीन से सेक्सी ओर गंदी गंदी बातें पूछ रहा था खेर नसरीन ने बताया की उसके पति का लंड भी मेरी साइज़ का ही लेकिन उसका मोटा नही हे इतना इसलिये तुम्हारा लंड डलवा कर मज़ा आ रहा हे बहुत रुबीना सही कहती थी की तुम से चुदवाऊ किसी दिन अब तो तुम्ही से बोलती रहूँगी आ जाओंगे ना मैने कहा यह भी पूछने की बात हे जनाब जब कहो मे हाज़िर हो जाऊँगा. इतने मे रुबीना ने अंदर से पूरी ताक़त से लंड को ओर ज़ोर से दबा लिया ओर मे एकदम ढीला पड़ गया मूझे बहुत मज़ा आ रहा था उसने अपनी चूत को टाइट कर शायद कुछ सेकेंड ऐसे ही रखी फिर दोबारा उसकी चूत ढीली पड़ी तो मैने अपनी चुदाई फुल तेज कर दी अब मे भी झड़ने वाला था. मे अब पूरी तेज स्पीड से उसकी गीली चूत मार रहा था ओर वो सच मे अब दर्द फील कर रही थी कुछ देर बाद मैने उसके बोबे ज़ोर से पकड़ कर लंड पूरा बाहर निकाल कर अंदर डालना चालु किया जिससे वो ओर भी चीखने लगी खेर तकरीबन 1 मिनिट बाद मे झड़ने वाला था ओर मैने कहा निकाल दूँ क्या चूत मे उसने कहा की नही प्लीज बाहर निकालो मेने जल्दी से लंड बाहर निकाला ओर उसने लंड मुँह मे ले कर चूसना शुरु किया.
दोस्तो यकीन करो नसरीन पूरा खा गई मेरे लंड को ओर मे एकदम ढीला पड़ कर उसके उपर ही गिर गया ओर मेरी उस टाइम यह हालत थी की मूझे इतनी सर्दी के मोसम मे गर्मी फील हो रही थी. खेर नसरीन से आंटी रुबीना ने मज़ाक से पंजाबी मे पूछा सुनो आराम आया ..हाहहहाः ओर नसरीन ने आगे से कहा ज़लील कमिनी मेरी चूत दी चटनी बन गई व सत्या नाश हो गया वे मेरी चूत दा ओर साथ मे उसने कहा की वेसे लंड ही कमाल दा…खेर इतने मे नसरीन उठी ओर बाथरूम मे जाने के लिये कपड़े पहनने लगी ओर मे अभी तक नंगा लेटा हुआ था इस टाइम रात के 12:45 का टाइम हो रहा था. कुछ देर बाद आंटी रुबीना उठी ओर मेरे लिये गर्म गर्म दूध का ग्लास ले कर आई ओर साथ 1 सेब भी. ओर साथ में वो हंस के बोली की अभी एक शान्त हुई हे 2 बाकी हैं. ओर हंस दी. मैने कहा की रुबीना जानू वेसे जो तेरा मज़ा हे ना कसम से नसरीन का नही आया रुबीना आंटी ने कहा चल कोई बात नही मे तो यहाँ ही हूँ तुम्हारे पास लेकिन आज इनको शान्त प्लीज़ कर दो बस बेशक अगर मेरी आज चूत ना भी ली गई तुम से तो कोई बात नही बस अब मेरी बहन को शान्त कर देना.
फिर इस बार मैने आगे से कहा की मूझे उसकी गांड बड़ी पसंद हे यार सच्ची तो इस पर आंटी ने मूझे गाल पर आहिस्ता से मज़ाक से थप्पड़ मारते हुये कहा बकवास ना कर उस को मना लेना ओर फिर बेशक चूत के साथ 10 बार गांड मार लेना उसकी. कुछ देर बाद दोस्तो आंटी रुबीना की बहन अब मेरे पास आ कर लेट गई ओर मेरा लंड आहिस्ता आहिस्ता हिलाने लगी अब उसने मेरा लंड भी मुँह मे लेकर खड़ा करना स्टार्ट कर दिया आगे क्या हुआ वो मे अगली स्टोरी मे बताऊँगा तब तक आप सब दोस्त अपने लंड की गर्मी मूठ मार कर उतार लो ओर जो आंटी ओर लड़कियां अपनी चूत का पानी छोड़ चुकी हैं वो भी किसी ना किसी से चूत मरा के या चूत मे कोई चीज़ खुद डाल कर अपनी चूत की गर्मी ठंडी कर लें तब तक मे आप के लिये इस स्टोरी का अगला पार्ट लेकर आता हूँ उम्मीद करता हूँ आप को मेरी यह स्टोरी पसन्द आई होगी. मुझे कमेन्ट देना भूलना मत दोस्तों . . .
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