चूत की बरसात पार्ट 2

हेलो दोस्तो तो मे अब दोबारा आप को बाकी की स्टोरी सुनाने आया हूँ. तो हुआ यूँ की नसरीन की चूत तो मार के मे उसे शान्त कर चुका था अब बारी थी आंटी रुबीना की बहन की बारी जो की मेरा लंड चूसना शुरु कर चुकी थी. ओर मे साथ साथ उसकी नरम नरम बड़ी साइज़ की गांड  के साथ खेल रहा था. हाथ लगाने से उसकी गांड
ऐसे हिलती थी जेसे ज़लज़ला आ जाता हे.  खेर दोस्तों हुआ यूँ की आंटी रुबीना की बहन से मैने सेक्स के साथ साथ उसके पति के साथ उसके सेक्स के रीलेशन के बारे में पूछा उसने बताया की मेरा पति भी फिट हे और बड़ी अच्छी  तरह से चूत मारता हे मेरी ओर हम तकरीबन अभी भी हफ्ते मे 3 बार कम से कम चूत लंड  का खेल खेलते हैं. खेर मैने उससे पूछा की फिर तुम्हे क्या जरूरत पड़ी की मुझ से चुदवाने की तो कहने लगी की रुबीना ने बताया था की जनाब काफ़ी अच्छी चुदाई करते हैं तो पहले तो मे चुप रही फिर सोचा की चलो क्यो ना तुम्हे आज़माया जाये इसीलिये मे आज आ गई और साथ साथ मे उसकी चूत मे उंगलियाँ दे रहा था ओर कभी कभी बोबो को मुँह मे डाल कर चूसता  रहा ओर वो बातें बताती रही.तब मैने उसी से पूछा की तुम्हे पता हे की अक्सर जब तुम गली मे से गुज़रती हो तो मे तुम्हे बड़ी प्यारी नज़रों से देखता था तो वो कहने लगी नही मेने कभी फील नही किया खेर चलो आज बुझा लो प्यास अपनी ओर वो हंस दी. मैने उससे कहा की सब से प्यारी चीज़ तुम मे तुम्हारी गांड हे जब तुम चलती हो तो मेरा लंड झुक कर तुम्हारी गांड को सलाम करता. इस पर कहने लगी की क्या गांड मारने का इरादा तो नही मेने कहा की चूत तो तुम्हे अपनी इच्छा से मरवानी हे ओर गांड मेरी इच्छा से तुम मूझे दोगी खेर पहले तो वो नही मानी लेकिन मैने उसे मना लिया. अब मैने उससे कहा की लंड चूसो जितना चूस सकती हो मेरा अब वो मेरा लंड चूस चूस कर फुल खड़ा कर चुकी थी इस बार मेरा लंड पहले से भी ज्यादा टाइट था उधर दूसरी तरफ नसरीन बाथरूम से नहा कर आ चुकी थी ओर हीटर के आगे बेठ गई वो सर्दी से कांप रही थी हाहहः.

खेर अब मैने कुछ देर बाद शाज़िया की टाँगें अपने कन्धों पर उठा कर रखीं दोस्तो याद रहे की  शाज़िया आंटी रुबीना की बहन का नाम हे. शाज़िया की टांगे उठा कर मैने अपने कंधों पर सेट की ओर नीचे से एक तकिया उसकी गांड के नीचे रख दिया ताकि चूत खुल कर उपर की तरफ साफ तरह से नज़र आये ओर लंड फिट हो कर चूत मे चला जाये. खेर अब मैने अपनी हाथो  से ज़ोर से दबा कर उसके 38 साइज़ के बोबे पकड़ लिये ओर नीचे से लंड को चूत पर रगड़ने  लगा चूत का पानी निकल रहा था ओर मे अपना लंड अच्छी तरह से चूत के पानी से गीला कर के उसकी चूत में डाल रहा था ओर बातों बातों मे एकदम झटका दिया ओर लंड चूत मे घुस गया जिससे की शाज़िया की सच मे चीख निकल गई ओर मेरे कन्धों को उसने ज़ोर से दबा लिया. शाज़िया की चूत दोस्तो सच पूछो तो आंटी रुबीना से भी ज्यादा मजे की थी क्योकी  उसकी चूत अभी भी थोड़ी टाइट थी. उसके 2 बच्चे भी थे लेकिन फिर भी चूत कमाल की थी खेर अब मे थोड़ी देर नीचे झुक कर उसके होठ मुँह मे ले कर किस करने लगा फिर शाज़िया भी  नीचे से गांड उठा उठा कर हिलने लगी मैने तकरीबन 6 मिनिट तक इस स्टाइल से उसकी चूत   मारी.

फिर जब मैने महसूस किया की वो कम से कम 2 बार झड़ गई हे मैने सोचा की अब मोका अच्छा हे उसकी गांड मारने का तो मैने बड़े प्यार से उससे कहा की उल्टे हो जाओ पीछे से मारनी हे तुम्हारी चूत. उसे क्या पता था की अब मे उसे चूत की कह कर गांड मारने लगा. खेर वो मान गई पहले तो मैने उसकी चूत मे ही लंड डाला ओर 2 मिनिट के लिये तकरीबन चूत की खिदमत मे लंड पेश किया खेर अब तक उसकी चूत भी गीली हो कर सुकुड़ना शुरु हो चुकी थी जिसकी वजह से मेरा लंड दबा रही थी खेर मैने कुछ देर चूत मारने के बाद जब देखा की शाज़िया थक चुकी हे अब तब मैने आराम से लंड निकाला और गांड पर रगडना शुरु किया उसे क्या पता था की गांड मे डालेगा ओर मैने बातो बातों मे लंड गांड पर रखा और हल्के से पूछा क्या लंड गांड मे घुस गया वो एकदम आगे को हिली लेकिन मैने उसे पकड़ रखा था ज़ोर से उसके बोबो के वहा से इसलिये वो हिल ना सकी खेर उसकी गांड नरम होने की वजह से लंड कुछ आसानी से गांड मे चला गया. यकीन मानो दोस्तो क्या मजे की गांड थी इतनी भरपूर गांड ओर टाइट छेद. क्या मज़ा था लंड को पता चलता था की फँस कर गांड मे जा रहा हे खेर शाज़िया दर्द से काफ़ी कराह रही थी लेकिन मैने उसकी एक ना सुनी ओर आराम आराम से उसकी गांड मारता रहा खेर कुछ देर बाद जब उसने अपनी गांड ढीली छोड़ी तो मे थोड़ा तेज हुआ ओर तेज तेज लंड अंदर बाहर करने लगा अब उसको भी मज़ा आ रहा था ओर वो भी कह रही थी तेज मारो झटके मैने उससे पूछा की पति ने गांड मारी तुम्हारी या नही तो कहने लगी नही बस वो उल्टी कर के चूत बहुत मारते हे.

अब मे भी झड़ने वाला था ओर मैने कुछ ही देर मे उसकी गांड मे तेज धार छोड़ कर वीर्य निकाल दिया शाज़िया ने मूझे गोर से देखते हुये कहा की बड़ा गर्म हे वीर्य तुम्हारा हहहहा. खेर दोस्तो शाज़िया ने बड़ी ज़ोर से मेरे लंड को अपनी गांड मे दबा कर सारा वीर्य चूस लिया गांड में एक साथ. खेर उस के बाद हम कुछ देर लेटे रहे ओर फिर वो उठी ओर बाथरूम मे चली गई अब बारी आंटी रुबीना की थी इसलिये मैने बाकी सब को कहा की प्लीज अब मूझे और मेरी जान को एक साथ अकेला छोड़ दो इस पर आंटी बहुत खुश हुई ओर नसरीन ओर शाज़िया आंटी रोबना को मज़ाक मे ओय होय वा जी वा कह कर दुसरे रूम मे चली गई लेकिन जाते जाते शाज़िया मेरे पास से गुज़रते हुये मेरे लंड को शरारत से पकड़ कर कहने लगी की वेसे काफ़ी शान्त कर देतो हो तुम जनाब चूत को ओर गांड को भी इस पर मैने कहा की अब कब का प्रोग्राम हे तो उसने कहा की अभी इस बार की जो चूत पिलवाई हे उसकी जलन तो दूर हो जाये आगे की भी जल्दी बताऊँगी 2 ,3 दिन मे ही ओके.

यह कह कर वो भी चली गई दुसरे रूम मे अब मे ओर मेरी जानू आंटी रुबीना अकेले रूम मे चिपक कर लेट गये अब रुबीना ने प्यार से मूझसे पूछा की सच बताओ थक गये हो ना मैने कहा हाँ थक तो गया हूँ लेकिन तुम्हारी चूत ना लूँ यह हो नही सकता जानू आइ लव यू सो मच खेर इस पर वो खुश हो गई ओर कहने लगी कुछ देर आराम कर लो अभी तो रात के सिर्फ़ 4 बजे हैं 30 मिनिट आराम कर लो बाद मे फिर जनाब जेसा कहो जो कर लेना मैने कहा ओके ओर वो मेरी लिये गर्म गर्म गाजर का हलवा ले कर आई जो की मैने ओर उसने मिल कर खाया उसके बाद हमने अपना सेक्स केसे चालू किया वो मे तीसरे पार्ट मे बताऊंगा अभी तब तक दोबारा मूठ मार कर शान्त कर लो सब दोस्त आप. ओर लडकियां ओर आंटियो अपनी चूत की खुजली भी लंड डलवा कर या उंगली करके दूर कर लें। उम्मीद करता हूँ आप को मेरी यह स्टोरी पसन्द आई होगी.

धन्यवाद

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