सेक्स का कामदेव

आप सभी रीडर्स को मेरा नमस्ते. मेरा नाम दीपिका है, मैं 28 साल की अजमेर की रहने वाली एक हाउसवाइफ हूँ. मेरी एक 3 साल की छोटी बच्ची है. मेरे पति खुद का बिज़नस करते है, जिसमें वो दिन रात व्यस्त रहतें हैं. उनके पास हमारे लिये टाइम नहीं है, और वो नही मुझे सेक्स में मेरी भूख मिटा सकतें हैं. वो पहले शादी के
समय ठीक थे मगर शराब और ग़लत संगत में पड़ कर बहुत कमजोर हो गये हैं, अब संभलना मुश्किल लगता है. जबकि मैं एक सुंदर जवान और बहुत ही सेक्सी औरत हूँ. मेरी साइज़ 36/32/36 है और मैं हमेशा एक हार्डकोर सेक्स की चाहत रखती हूँ. मगर मेरे दिल की तमन्ना कभी पूरी नहीं होती थी.मैं कामुकता डॉट कॉम की बहुत बड़ी फैन हूँ. मैं चाहती थी की कोई जोधपुर का रहने वाला लड़का मिल जाये जिससे मैं अपनी प्यास बुझा सकूँ. इस पर हाल में ही एक लड़का कुमार जो की जोधपुर का ही रहने वाला था की कहानी जो आप सभी ने पढ़ी होगी, उसकी कहानी पढ़ने के बाद मुझे लगा की ये मेरी समस्या का हल निकल सकता है. मैने कुमार को एक सिंपल मैल “आपकी कहानी पढ़ के मैं गरम हो गयी, रिप्लाई मे.” लिखा जिसका जवाब उसने इतने प्यार और विश्वास के साथ दिया की मैं तुरंत तैयार हो गयी. मैने उनसे उनका फोन नम्बर मैल के ज़रिये ही लिया और उनको फोन करने लगी. हम रोज घंटो बातें करने लगे. उसके साथ बात करना मुझे भी अच्छा लगने लगा. फिर वो सेक्स की बातें करने लगा. जब वो सेक्सी बातें करता तो मुझे कुछ कुछ होने लगता. फिर हम रोल प्लेयिंग करने लगे ओर नेट पेर ही सेक्स करते.

फिर एक दिन मुझसे रहा नही गया तो मैने उसको अपने घर बुला लिया देखने मैं भी वो बहुत स्मार्ट और बोल्ड है. पहले तो मैने सोचा की क्या यह वही आदमी है जो नेट पर सेक्सी बातें कर कर के ही मुझे फ्री कर देता है. फिर वो मेरे करीब आया ओर उसने मुझे अपनी बाहों मैं ले लिया. एक पल के लिए मेरी साँसे थम गयी की अब क्या होने वाला है मेरे साथ पर दूसरे ही पल मुझे अच्छा लगने लगा जब उसके होठ मेरे होठ से जा मिले उसके हाथ जब मेरे बोबो को दबाने लगे तो मुझ पर नशा छाने लगा. ओर मैं उसकी बाहों मैं सिमटने लगी. उसके हाथों मैं जादू सा लगने लगा जो मुझे पागल करने लगा. तब मुझे लगा की यह आदमी मेरे लिये कमाल का काम करेगा..फिर मैं भी उसका साथ देने लगी.

उसको अपनी बाहों मैं कसने लगी उसके जादू भरे हाथ मेरे बदन पर फिरने लगे ओर मुझ को बेहाल करने लगे. पता नही उस मैं क्या जादू था की मैं बस बिखरती जा रही थी. मेरा मन कर रहा था की बस वो मुझे गले लगा ले जब वो अपने हाथ मेरे बदन के उपर से लेकर नीचे तक ले जाता तो बस मेरे मुहँ से आहह.. उउउफफफफफफ्फ़ की आवाज़ ही निकलती.. फिर उसने मेरे कपड़े उतारने शुरू किये तो मुझे कुछ पता ही नही चला की कब मैं उसके सामने नंगी हो गयी. क्योकी उसके हाथो ओर उसके होठ के जादू मैं मानो मैं खो गई थोड़ी देर तक मुझे पता ही नही चला की वो मेरे बदन से अलग हो कर मुझे नंगा देख रहा है . जब मैं होश मैं आई तो मुझे पता चला तो मुझे बहुत शर्म आने लगी.


मैने उसको पास आने को कहा तो वो नही आया. मैं पागल तो हो चुकी थी तो मैं ही नंगी उठ कर उसको पकड़ने लगी. वो रूम मैं इधर उधर भागने लगा..पर उसने मुझे पागल कर दिया था तो मैं भी नंगी ही उसको पकड़ने लगी. जब उसने फिर मुझे अपनी बाहों मैं ले कर प्यार करने लगा तो मैं फिर से मधहोश होने लगी. फिर थोड़ी देर बाद मुझे होश आया तो मैने पाया की अब वो भी नंगा है…मुझे तब पता चला जब प्यार करते करते उसने मेरा एक हाथ पकड़ कर नीचे ले जा कर अपना लंड मेरे हाथ मैं दे दिया..तब एकदम मुझे होश आया की यह क्या है उसको देख कर मुझे थोड़ा डर लगने लगा की मैं कैसे लूँगी इसको पर मुझे नही पता था की आगे क्या होने वाला है. उसने मुझे फिर बेड पर लिटा कर मेरे पूरे बदन पर अपने होठों का जादू डाल दिया, और बोबो को इस तरह चूसा किया मैं तो दो बार झड़ गयी, मैं उसके प्यार से पागल हो गयी थी.

जब मुझे थोड़ा होश आया तो मैं उसके लंबे गुदगुदे लंड को अपने हाथ में लेकर सहलाने लगी, उसके लंड को देखकर मेरा मन उसे चूसने को किया, मैने इस बार प्यार से उसके लंड को अपने मुँह मे लेकर चूसने लगी, वाह क्या स्वाद था, उसका टोपा तो एक दम गुलाबी था बहुत ही अच्छा. फिर उसने मुझे बेड पर लिटा दिया, कब मैने उसके लिये अपनी पेन्टी खोल दी मुझे पता ही नही चला. उसका मस्त लंबा और मोटा गरमा गर्म लंड जब मेरी चूत पर लगा तो एक पल के लिये मुझे होश आया पर थोड़ी देर बाद जब उसने अपने होठ मेरे होठ से मिला कर. मुझे फक करने लगा तो बस मुझे पता ही नही चला की कब उसका गरम लंड मेरी चूत मैं समा गया.

जब वो मुझे फक करने लगा तो मुझे पता चला की कब उसका मेरे अंदर चला गया पर मुझे पता ही नही चला…सच में वो सेक्स बहुत अच्छे से करता हे. उसकी सेक्स करने की स्टाइल ने मुझे इतना मस्त कर दिया की मुझे दर्द का भी एहसास नही हुआ..उसके होठ ओर हाथो मैं अच्छा जादू था सच मैं अगर कोई लड़की सेक्स करने से डरती हो तो कुमार से मिलना चाहिये. उसको सच मैं ऐसा हमसफ़र मिल जाये तो सेक्स का डर भी दूर हो जाये. उस दिन से मेरा सेक्स से डर बिल्कुल ही दूर हो गया थोड़ी देर बाद वो फ्री हो गया.

मैं हेरान थी की इस बीच मैं 4 बार फ्री हो चुकी हूँ पर वो सिर्फ़ एक बार फ्री हुआ है जब वो मुझ से अलग हुआ तो मैने देखा की उसका लंड मेरी चूत के खून मैं नहाया हुआ है. देख कर मैं डर गयी पर मुझे अच्छा लगा की मुझे दर्द का एहसास नही हुआ मैने उसको अपनी बाहों मैं ले कर प्यार करना शुरू किया. सच मैं पता नही क्या जादूगर है वो फिर उसने 3 बार ओर फक किया मुझे. वो सिर्फ़ 3 बार ही फ्री हुआ पर मैं ना जाने कितनी बार फ्री हो चुकी थी. फिर थोड़ी देर बाद हम दोनो नहा धो कर बेठ गये ओर थोड़ी देर बाद वो चला गया.

आज भी जब भी मुझे मोका मिलता है तो मैं उसको बुला लेती हूँ ओर सेक्स का मज़ा लूटती हूँ. सच मैं वो इतने प्यार से करता है की मुझे पता ही नही चलता.. उसके चले जाने के बाद भी उसके हाथो ओर उसके होठों का जादू मेरे बदन पर छाया रहता है. हम दोनो रोज फोन पर सेक्स करते है. उसकी बातें सुन सुन कर ही मैं फ्री हो जाती हूँ ओर उसको रियल मैं करने के लिए बेताब करती हूँ. जब मोका मिलता है तो रियल करने मैं खूब मज़ा आता है. उसके कारण आज मैं हर पल खुश रहती हूँ और एक बच्चे की माँ भी हूँ. आशा हे आप को मेरी यह स्टोरी पसन्द आई होगी.

धन्यवाद

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